Monday, August 30, 2010

मेरा पर्यावरण बचाओ अभियान

पर्यावरण इस तरह भी साफ़ सुथरा रखा जा सकता है....

देखिये इस तस्वीर में...
यहाँ सिलाई के बाद बचे छोटे टुकड़ों को मैने सोफे कि गद्दी पर चिपका कर अप्लिक किया है
नीचे देखिये छोटे-छोटे कपड़े के टुकड़ों को ...मैने पहले गोद वाली बुकरम के टुकड़े काट कर उन पर कपड़े इस्त्री का इस्तेमाल कर के चिपका दिए फ़िर उन्हें (बुक्रम पर चिपके कपड़े टुकड़ों को) काट लिया


इन्हें उस कपड़े पर रख कर जहां आप इनसे डिज़ाइन बनाना चाहती हैं रख कर सिलाई कर लें फ़िर उस सिलाई पर फेविक्रिल टयूब से लाइनें लगालें या कढाई कर लें खुबसूरत डिजाइन तैयार हो जाएगा।

यह दलिया पुराने कपड़े को छोटी गूँथ कर उसे सिलाई करके बनाई गई है




है ना खुबसूरत .........
पुराने कपड़े को फेंकने से पर्यावरण दूषित होता है.....इस गलने में बहुत समय लगता है ......
आप भी कुछ ऐसे तरीके इस्तेमाल करें कि धरती पर बेकार बोझ ना पड़े॥
पर्यावरण बचाएं!
माँ धरती को साफ़ एवं खुशहाल बनाएं!
खुश रहें!



Sunday, August 29, 2010

MOm








My inspiration today 
The bridal bouquet -

Wednesday, August 25, 2010

मेरा जूनून या फ़िर ...कुछ सही कदम...

स्वभाव से में अपने घर में कोई चीज़ फेंकना पसंद नहीं करती हूँ॥
उन्हें कुछ उपयोगी बनाने का प्रयास करती हूँ.......
इस फूलदान को मैने नवरात्रों के दौरान नारियल इस्तेमाल करने के उपरान्त बनाया.प्लास्टिक कि बोतल का निचला हिस्सा काट कर उसमें पौधा लगा कर इस फूलदान में rkh diyaa
मेरी बेटी के जन्म दिवस पर मैने उसे मेरी पुरानी साडी से उसका सुइट बनाया और चुन्नी भी उसी साडी कि बनाई इसे हल्के लेगिंग से मेचक्र उसे भेंट किया। उसे बाना बहुत अच्छा लगा.

साडी कि बची बोर्डर पुराने सुइट के कपड़े से जो कि इस्त्री से जल गया था , यह मेचिंग बैग बनाया से खरीदारी करने जाते समय इसमें खूब sआरा सामान डाला जा सकता है।दूकानदार से पोलीथिन बैग लेने कि कोई जरूरत नहीं l


यह तिरंगे झंडे वाला बर्तन मैने, ahoi के व्रत के दौरान इस्तेमाल किये गये कुल्हड़ का उपयोग कर बनाया।
है ना यह खुबसूरत.



यह पेंसिल स्टेंड मैने नारियल कि चटनी बनाने में नारियल इस्तेमाल करने के बाद उसके खोल का इस्तेमाल कर बनाया ।
हर बेकार पड़ी चीज़ को इस्तेमाल किया जा सकता है
एसा कर हम अपने पर्यावरण को साफ़ सुथरा bना सकते हैं